प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार में आने के बाद बेटियों के लिए बहुत सारी योजनाओं को प्रारंभ किया। जिसमें सबसे पहली योजना थी बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ। लेकिन हरियाणा में लगातार ऐसा देखा जा रहा है कि पिछले 5 वर्षों की तुलना में बेटियों की जन्म दर में बहुत कमी आई है। 2020 के शुरुआती 7 महीनों में लिंगानुपात 923 से घटकर 914 पर आ गया है। हालांकि पिछले 5 वर्षों में अच्छा सुधार हुआ था, लेकिन 2020 के महीनों में यह खबर बहुत ही दुविधाजनक है। यदि पूरे प्रदेश भर के लिंगानुपात के आंकड़ों को देखें तो 31 जुलाई तक लड़कियों के बर्थ रेट में गिरावट देखी गई है।
जहां साल 2019 में 1000 लड़कों की तुलना में लड़कियों की जन्म दर का प्रतिशत 923 था, वहीं अब यह घटकर 914 पर आ गया है। इसमें फतेहाबाद जिले में 948 तो दूसरे स्थान पर, कैथल में 942 सेक्स रेश्यो दर्ज किया गया। पिछले साल फतेहाबाद में सेक्स रेश्यो 921 व कैथल में 919 था। यह दोनों जिले प्रदेश में 9वें और 13वें स्थान पर थे, लेकिन इस बार इन दोनों जिलों ने ही अच्छा काम किया। हरियाणा के फतेहाबाद, कैथल, सोनीपत, पानीपत, नूर तथा कुरुक्षेत्र में सबसे अच्छा लिंगानुपात देखा गया। इसके अलावा जिला झज्जर, करनाल और पंचकुला में लिंगानुपात में सबसे अधिक गिरावट देखी गई।