भारत सरकार और भारत की अन्य राज्य सरकारें जनता से अपील कर रही हैं, कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी लोगों को मास्क लगाना बहुत जरूरी है। किसी-किसी राज्य सरकार ने तो मास्क न लगाने पर हजारों रुपए का दंड भी घोषित कर दिया है। इसी बीच एक ऐसी खबर आ रही है जो चौंकाने वाली है।
The Tatva नामक एक इंस्टाग्राम हैंडल ने एक पोस्ट की है, जिसमें दो-तीन वीडियो भी ऐड की गई हैं। इस वीडियो में दिखाई दे रहे युवक और युवती यह कह रहे हैं कि सरकार जिन मास्क का प्रयोग करने के लिए लिए हमसे कह रही है। वास्तव में उन मास्क का कोरोना संक्रमण को रोकने में कोई रोल ही नहीं है।
उनका कहना है कि यह पार्टिकल इतना सूक्ष्म है कि कोई भी मास्क इसे रोक ही नहीं सकता। युवाओं का यह भी कहना है कि जब आप मास्क लगाने के बाद कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं और ऑक्सीजन लेते हैं, तब उस ऑक्सीजन के साथ जो पार्टिकल उनके मास्क के साथ लगे रह जाते हैं, वे उसे भी अपने अंदर सांस द्वारा ले रहे हैं।
सरकार छीन रही है हमारी आजादी
इन युवाओं का कहना है कि सरकार हमारे ऊपर यह दबाव बना रही है कि हम मास्क पहने। इसके बाद सरकार हमसे कहेगी कि वैक्सीन जरूर लीजिए। उसके बाद सरकार हमसे कहेगी कि आपको एक डिजिटल आईडी अपने साथ हमेशा रखनी होगी। इसी प्रकार सरकार हमारे लिए नई-नई घोषणा करती जाएगी और हमारी आजादी धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी। सरकार द्वारा आपके स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर फैलाये जा रहे भ्रम जाल में आप न फंसे। अपनी आजादी को किसी भी हद पर न छोड़ें। और किसी भी चीज को अपने ऊपर अनिवार्य होने से रोकने का प्रयास कीजिए।
यह माना जा रहा है कि इस आंदोलन की शुरुआत अमेरिका से हुई है। वहां पर एक आंदोलन किया जा रहा है, “Mandatory Mask Policy” को लेकर। इसीलिए अभी तक संयुक्त राष्ट्र अमेरिका इस पॉलिसी पर कोई भी एक्शन नहीं ले पाया है। इनके बारे में बहुत सारे लोगों का यह कहना है कि यह लोग अपने व्यक्तिगत एजेंडे के तहत अपने और दूसरे लोगों के जीवन को दांव पर लगा रहे हैं।