साल 2020 की शुरुआत CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ हुई थी। देखते ही देखते कुछ ही महीनों के अंदर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली समेत कई राज्यों में प्रदर्शन उग्र हो गया था। इसके बाद कोरोना ने CAA के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन पर विराम लगा दिया था लेकिन अब एक बार फिर CAA और NRC प्रोटेस्ट को दोबारा शुरू करने की तैयारी तेज कर दी गयी है।
ओपइंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के शाहीन बाग आंदोलन से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता महमूद प्राचा ने अपने बयान में कहा है कि जल्द एक बार फिर देश के कई बड़े राज्यों में CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन को शुरू किया जाएगा। जिसके लिए जमीनी स्तर पर तैयारी शुरू भी कर दी गयी है।
इसके अलावा कानूनी दायरे में रहकर मोहर्रम की गतिविधियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए भी आंदोलन किया जाएगा। महमूद प्राचा ने कहा कि इस आंदोलन की शुरुआत एक बार दोबारा संविधान बचाओ कानून और आरक्षण बचाओ मिशन के तहत करेंगे। हर शहर में जाकर लोगों को तैयार किया जा रहा है। अलीगढ़ में इस आंदोलन की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी क्योंकि अलीगढ़ से यह संदेश पूरे देश और दुनिया में जायेगा। प्राचा ने इस बिल के खिलाफ हुए प्रदर्शन में आरोपी साबित हुए लोगों की गिरफ्तारी पर भी सवाल खड़े किए हैं।