दिल्ली विधानसभा चुनाव जीत कर आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल का एक बार फिर दिल्ली का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है। अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेकर हैट्रिक लगाते नजर आएंगे। पहली बार केजरीवाल साल 2013 में कांग्रेस सरकार के साथ गठबंधन कर दिल्ली की मुख्यमंत्री कुर्सी पर विराजमान हुए थे। 2013 के चुनावों में पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने वाले आम आदमी पार्टी के खाते में 28 सीटें आई थी। बहुमत न होने के कारण केजरीवाल सरकार ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया था। हालाँकि ये सरकार केवल 49 दिन ही चल पाई थी जिसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया।
2014 में हुए चुनावों में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ वापसी की और 67 विधायकों के साथ दिल्ली में सरकार बनायी। जबकि 2014 में भाजपा के खाते में केवल 3 ही सीटें आयी। वहीं 5 साल बाद एक बार फिर केजरीवाल 62 विधायकों के साथ दिल्ली में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं। आम आदमी के खाते में इस बार जहां 62 सीटें आयी तो वहीं भाजपा को 8 से संतोष करना पड़ा जबकि कांग्रेस इस बार भी खाता नहीं खोल पाईं। भाजपा की पूरी ताकत झोंकने के बाद भी आप पार्टी को इस बार 53.55 प्रतिशत वोट पड़े। पिछले चुनावों में केजरीवाल सरकार ने जिन वादों को अपने घोषणापत्र में डाला था, उसे पूरा करके दिखाया। जिसके चलते लोगों में भाजपा के राष्ट्रवाद वाले एजेंडे को नकारते हुए आम आदमी पर एक बार फिर भरोसा जताया।
Image source: Twitted By @AamAadmiParty